गुरुकुल प्रभात आश्रम

गुरुकुल दर्शन

आचार्यः पूर्वरूपम्, अन्तेवासी उत्तररूपम् विद्या सन्धिः प्रवचनम् सन्धानम्

"प्राचीन काल के आदर्शों का आश्रम में मूर्तरूप देखकर कल्पना साकार हो उठती है। इस संस्था के विकास और विस्तार में ही समाज का सौभाग्य निहित है..."

श्री अशोक सिंहल जी, महामन्त्री, विश्व हिन्दू परिषद्

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