गुरुकुल यात्रा
उपह्वरे गिरीणां सङ्गमे च नदीनाम् धिया विप्रो अजायत
"हम तो बस इतना जानते हैं कि गुरुकुल प्रभात आश्रम के कुलाधिपति आचार्य स्वामी समर्पणानन्द जी महाराज जी के शिष्य स्वामी विवेकानन्द जी महाराज हम सभी के लिए वरदान हैं। वे विद्वान् हैं, त्यागी हैं और तपस्वी हैं । ऐसे विवेक बुद्धि सम्पन्न व्यक्तियों से ही समाज समग्र प्रेरणा एवं नई दिशा प्राप्त करता है"
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आचार्य वाचस्पति मिश्र, अध्यक्ष, उत्तरप्रदेश संस्कृत संस्थान
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