गुरुकुल प्रभात आश्रम

सारस्वत साधना ०१

प्रस्तुत विभाग में पूज्य स्वामी समर्पणानन्द जी महाराज के लेखों का संग्रह विद्यमान है ।

"स्वामी जी की प्रतिभा के प्रकाश में वैदिक ज्ञान का कोई भी स्थल अप्रकाशित नहीं था। वे वेद के अनुपमेय विद्वान् थे"

पं. हरिदत्त शास्त्री त्रयोदशतीर्थ (कानपुर)

★★★★★