शास्त्रार्थ
प्रस्तुत विभाग में पूज्य स्वामी जी समर्पणानन्द महाराज जी द्वारा किए गए शास्त्रार्थों का संकलन है
"उनकी वेदनिष्ठा श्रद्धेय थी, वे प्रायः कहा करते थे - हतिना ताड्यमानोपि न त्यजेत् वेदमन्दिरम्"
परमहंस स्वामी वामदेव जी महाराज
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